‘जल’ के लिए जमीन की तलाश, ओवरहेड टैंक बनाने नहीं मिल रही जगह
पंकज दाऊद @ बीजापुर। पचास साल की प्रोजेक्टेड आबादी को देखते बनाई गई जल आवर्धन परियोजना के तहत जिला मुख्यालय में दो ओवरहेड टैंक का काम चल रहा है लेकिन और दो ओवरहेड टैंक बनाने के लिए जगह अब तक नहीं मिल पाई है।
इस प्रोजेक्ट के तहत मिंगाचल नदी से एजुकेशन सिटी में बनाए गए जल शोधन संयंत्र तक पानी लाया जाना है और फिर साफ किए जाने के बाद इसकी सप्लाई जिला मुख्यालय के चार ओवरहेड टैंकों तक की जानी है। बताया गया है कि नए बस स्टैण्ड और फाॅरेस्ट कालोनी में ओवरहेड टैंक बनाए जा रहे हैं।
बस स्टैण्ड में ओवरहेड टैंक का काम करीब 40 फीसद हो गया है जबकि फाॅरेस्ट काॅलोनी में 15 फीसदी। अब तहसील कार्यालय और जनपद के आसपास 25-25 वर्ग फीट की जगह दो और ओवरहेड टैंक के लिए चाहिए लेकिन अब तक जमीन नहीं मिल पाई है। जैसे ही जमीन मिल जाएगी, काम शुरू हो जाएगा।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) January 3, 2021
इधर, विभाग ने मिंगाचल में इनटेक वेल बना लिया है लेकिन इसका परीक्षण अभी नहीं किया गया है। जल संसाधन विभाग ने मिंगाचल में एनीकट का काम शुरू किया है। ये एनीकट करीब सवा तीन करोड़ रूपए का होगा। इससे इनटेक वेल में सालभर पानी उपलब्ध रहेगा। जल संसोधन गृह का काम करीब 90 फीसदी पूरा हो गया है।
बताया गया है कि करीब 13 किमी पाइप लाइन बिछाई जानी है। पाइप लाइन की अभी टेण्डर प्रक्रिया में है। पाइप लाइन बिछाने में करीब छह माह का समय लगेगा।
51 हजार की आबादी
पचास साल बाद जिला मुख्यालय की प्रोजेक्टेड आबादी 51 हजार अनुमानित है। इस हिसाब से प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। वैसे करीब 60 लाख लीटर पानी इस आबादी के लिए काफी है लेकिन इस प्रोजेक्ट के तहत 80 लाख लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध होगा।
राजस्व से किया आग्रह
इस बारे में पीएचई के एई रूद्रप्रताप सिंह ध्रुव ने बताया कि एक ओवरहेड टेंक के लिए 25 वर्ग फीट की जमीन की जरूरत है। इस बारे में तहसीलदार से जमीन आबंटन का आग्रह किया गया है। पालिका सीएमओ को भी इसकी जानकारी दी गई है।
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