नक्सलियों ने बस्तर बटालियन का किया विरोध, ग्रामीणों की निजी जमीन में जबरदस्ती कैम्प खोलने का लगाया आरोप… SP बोले, सत्ता खिसकने से बौखलाए नक्सली !
के. शंकर @ सुकमा। नक्सलियों ने एक बार फिर बस्तर में नए कैम्पों की स्थापना का विरोध किया है। वहीं बस्तर बटालियन की भी मुखालिफत की है। नक्सलियों का आरोप है कि ग्रामीणों की निजी जमीन पर जबरदस्ती पुलिस द्वारा कैम्प खोला जा रहा है।
कटेकल्याण एरिया कमेटी के सचिव मंतू पोडियाम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस व सुरक्षा बलों पर आरोप लगाए हैं। नक्सलियों ने कहा है कि दंतेवाड़ा जिले के टेटम में पुलिस कैम्प खोलने के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने जमा होकर विरोध किया, लेकिन एसपी अभिषेक पल्लव इसे नकार रहे हैं।
नक्सलियों ने प्रेस नोट में कैम्प का विरोध करने एकत्रित हुए ग्रामीणों की तस्वीर भी जारी की है। माओवादियों का आरोप है कि पुलिस द्वारा जनसुरक्षा के नाम पर कारपोरेट घरानों को सुरक्षा मुहैया कराने कैम्प खोले जा रहे हैं। इसका विरोध करें और जन आंदोलन तेज करें।
माओवादियों ने कहा है कि घर वापसी अभियान (लोन वर्राटू) के नाम पर घर घर जाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। बेगुनाह ग्रामीणों को नक्सली के नाम से पकड़कर जबरदस्ती सरेंडर करावाया जा रहा है। प्रेसनोट में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों द्वारा डब्बा गांव के ग्रामीणों के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया है।
एसपी ने उठाए सवाल
इधर, नक्सलियों के इन आरोपों पर दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि टेटम में कैम्प खुलने की खबर से नक्सली बौखला गए हैं। इस इलाके में सत्ता खिसकती देख नक्सलियों को दर्द हो रहा है। उन्होंने सवाल किया कि लोन वर्राटू अभियान से नक्सली इतना क्यों घबराए हैं।
Read More:
बीजापुर में नक्सलियों का खूनी खेल, पुलिस मुखबिरी के शक में 4 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या… पहले बनाया था बंधक, फिर उतार दिया मौत के घाट https://t.co/Hih28fygQF
— Khabar Bastar (@khabarbastar) September 22, 2020
एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है कि गांधी जयंती से पहले इस इलाके के करीब 10 हजार ग्रामीणों को नक्सलियों से आजादी मिलेगी। भय से आजादी, आतंक से आजादी। एसपी के मुताबिक टेटम कैम्प खुलने से इटपाल, जियाकोरता, तेलम, छोटे गुडरा, धनिकरका, सूरनार, बड़े लखापाल के ग्रामीण लाभान्वित होंगे।
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…