‘वंदे मातरम’ के नारे के साथ निकली सुभाष की अंतिम यात्रा… पूरा गांव गमगीन, शोक में बंद रहीं दुकानें
पंकज दाउद @ बीजापुर। तर्रेम थाना क्षेत्र के सिलगेर के जंगल में शनिवार को मुठभेड़ में शहीद हुए जवान सुभाष नायक (33) का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके गृहग्राम बासागुड़ा में किया गया। उनके निधन से समूचा बासागुड़ा गमगीन था और शाकाकुल गांव में सभी दुकानें बंद रखी गई।
सुभाष नायक डीआरजी में पदस्थ था और उनका घर बासागुड़ा थाने के ठीक सामने ही है। सुबह से ही उनके नाते रिश्तेदारों के अलावा जवान और गांव के लोग उनके घर आ चुके थे। करीब साढ़े 12 बजे वंदेमातरम के नारे के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई।
बताया गया है कि वे अपनी पीछे माता, पत्नी एवं तीन पुत्र छोड़ गए। उनका परिवार मूलतः कालाहाण्डी ओडिशा का निवासी था। उनके पिता व्यापार के सिलसिले में बासागुड़ा आकर बस गए थे। सुभाष की शिक्षा बासागुड़ा में ही हुई। उनके सहपाठी भी सोमवार को अंतिम संस्कार में शामिल होने बीजापुर एवं अन्य स्थानों से आए हुए थे।
मुठभेड़ में शहीद हुए जवान नारायण सोड़ी प्रधान आरक्षक पुन्नूर, रमेश कोरसा बरदेला, किशोर एण्ड्रिक चेरपाल, सनकूराम सोड़ी पेदापाल मिरतूर एवं बोसाराम करटामी एकेली नेलसार का गृहग्राम में अंतिम संस्कार किया गया।