दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। एक बार फिर सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता के चलते बड़ा हादसा होने से बच गया। दरअसल, दंतेवाड़ा-फरसपाल मार्ग पर जवानों ने सर्चिंग के दौरान 10 किलो वजनी टिफिन बम बरामद कर नक्सलियों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि माओवादियों ने किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए यह आईईडी सड़क के नीचे प्लांट कर रखा था। जवानों ने इसे बरामद कर मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया।
बता दें कि फरसपाल बस्तर टाईगर शहीद महेन्द्र कर्मा का पैतृक गांव है। इसी सड़क से होकर उनका परिवार गांव आना-जाना करता है। कर्मा फैमिली नक्सलियों के निशाने पर रही है। इसी के चलते कर्मा परिवार को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है।
कर्मा के काफिले पर हुआ था हमला:
इसी सड़क पर 8 नवंबर 2012 को महेन्द्र कर्मा के काफिले पर नक्सली हमला कर चुके हैं। उस वक्त बस्तर टाईगर फरसपाल से मुख्यालय आ रहे थे तभी भोगाम के पास जंगल में घात लगाए माओवादियों ने उनकी बुलेटप्रूफ गाड़ी (सीजी 18 डी 2873) को विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस हमले में कर्मा बाल-बाल बचे थे और उनके चार सुरक्षा कर्मी घायल हुए थे। काफ़िले में शामिल 7 गाड़ियों में चौथे नंबर पर चल रही कर्मा की बुलेट प्रूफ वाहन को नक्सलियों ने निशाना बनाया था।
Read More : अब NIA करेगी गढ़चिरौली IED ब्लास्ट मामले की जांच
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा-फरसपाल मार्ग का चौड़ीकरण कार्य बीते सालभर से चल रहा है। सड़क निर्माण की धीमी रफ्तार के बीच ठेकेदार ने सड़क को किनारे से खोदकर छोड़ दिया था। ऐसे में इस सड़क पर नक्सलियों द्वारा आईईडी लगाए जाने की आशंका जताई जा रही थी। पुलिस के खूफिया विभाग को भी इस बात के इनपुट मिले थे। अब इस वीआईपी रोड़ पर आईईडी बरामद होने के बाद सुरक्षा बलों की भी चिंता बढ़ गई है।