सिलगेर: असलियत पर पर्दा डाल रही है भूपेश सरकार… भाजपा नेता बोले, ‘पुलिस और प्रशासन की कथनी में घोर विरोधाभास’
पंकज दाउद @ बीजापुर। यहां सिलगेर गोलीकाण्ड की जांच करने बनी भाजपा की टीम ने आरोप लगाया है कि भूपेश सरकार इस मामले पर पर्दा डालने की पुरजोर कोशिश कर रही है और बयानबाजी से बच रही है। इधर, पुलिस और प्रशासन की कथनी में भी विरोधाभास साफ झलक रहा है।
जांच दल में वरिष्ठ भाजपाई नंदकुमार साय, डाॅ सुभाऊ कश्यप, किरण देव, महेश गागड़ा, लता उसेण्डी, राजाराम तोड़ेम एवं दिनेश कश्यप शामिल थे। तर्रेम से लौटने के बाद यहां सर्किट हाऊस में पत्रकारों से चर्चा में भाजपा लीडरों ने कहा कि भूपेश सरकार इस मामले पर पर्दा डालने पर तुली हुई है।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) May 29, 2021
पुलिस कैम्प लगाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। इस बारे में वहां लोगों को विश्वास में पहले नहीं लिया गया। अब जब इलाके में 41 लोगों के कोरोना पाॅजीटिव होने की बात की जा रही है तो फिर मेडिकल टीम को भी जाने से क्यों रोका जा रहा है। ये बड़ा सवाल है।
आईजी पी सुंदरराज ने मारे गए तीन लोगों को नक्सली करार दिया था और फिर जिला प्रशासन ने इन्हीं ‘नक्सलियों’ के अंतिम संस्कार के लिए दस-दस हजार की राशि दी। ये विरोधाभास है। पीड़ितों ने ये राशि लौटा दी है। पीड़ितों को माकूल मुआवजा दिया जाना चाहिए। इस बारे में राज्य सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।
आदिवासियों के हमदर्द होने का ढोंग रचने वाली कांग्रेस सत्ता में तो आ गई लेकिन इस काण्ड से ऐसा नहीं लगता है कि वह आदिवासियों की हमदर्द है।
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बता दें कि सिलगेर कंटेनमेंट जोन होने के कारण भले ही जांच दल असलियत के करीब नहीं पहुंच सका लेकिन इस बारे में सूचनाओं का संकलन किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को एक दो दिन में सौंप दी जाएगी।
सरकार हर मोेर्च पर नाकाम
भाजपा नेताओं ने कहा कि भूपेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। धान खरीदी के मामले में भी सरकार फेल है। वहीं वेतन को लेकर सरकारी अमला खफा है। कई झूठे वादे लेकर सत्ता में आई भूपेश सरकार की असलियत खुल गई है। बस्तर में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में कामकाज ठप पड़ा है। रमन सरकार के काम को भी ठीक से आगे बढ़ाने में भूपेश सरकार नाकाम है।