खेत में मिले ‘पैरा बम’ को खिलौना समझ खेल रहे थे बच्चे… ग्रामीणों की सूचना पर BDS टीम ने किया नष्ट
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक खेत में 4 जिंदा बम मिलने से सनसनी मच गई। बच्चे इन पैरा बम को खिलौना समझकर खेल रहे थे।
हालांकि, सूचना मिलने पर पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने इन पैरा बमों को नष्ट कर दिया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर रिहाइशी इलाके में ये बम आए कहां से? इस पूरे मामले की जांच के लिए एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने एक टीम गठित की है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा नगरीय क्षेत्र के अंतर्गत मांझीपदर इलाके में बच्चे पैरा बम से खेल रहे थे। बताया गया है कि पास के ही एक खेत से ये बम बच्चों को मिले थे, जिसे खिलौना समझ बच्चे खेल रहे थे।
एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नजर बम से खेल रहे बच्चों पर पड़ी और उसने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। मामले की जानकारी जब पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। आनन—फानन में BDS (बम निरोधक दस्ता) की टीम मौके पर पहुंची और बम को नष्ट किया गया।
दंतेवाड़ा SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि मांझीपदर इलाके में पैरा बम मिलने की सूचना ग्रामीणों द्वारा मिली, जिसके फौरन बाद बीडीएस की टीम और स्थानीय पुलिस के जवानों को मौके पर भेजा गया। बीडीएस टीम द्वारा पैरा बमों को सुरक्षित रूप से नष्ट किया गया। सभी बम एक्सपायर थे।
जानिए क्या है पैरा बम!
जानकारों के मुताबिक, पैरा बम का इस्तेमाल सर्चिंग व एनकाउंटर के दौरान अंधेरे में रोशनी के लिए किया जाता है। सर्च ऑपरेशन के दौरान फोर्स के पास पैरा बम भी होता है। अंधेरे में दुश्मनों परनजर रखने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
मुठभेड़ के दौरान पैरा बम को आसमान में छोड़ा जाता है। आसमान में कुछ मीटर की दूरी जाकर यह फटता है, जिससे निकलने वाली रोशनी काफी तेज और बहुत दूर तक फैलती है। पैरा बम के जरिये अंधेरे में छिपे हुए दुश्मनों को आसानी से देखा जा सकता है।