एनीकट के बचे काम को करने से पीछे हटे ठेकेदार… दो बार टेण्डर निकाला गया, किसी ने नहीं ली दिलचस्पी
पंकज दाउद @ बीजापुर। मिंगाचल नदी में जल संसाधन विभाग की ओर से बनाए जा रहे एनीकट के बचे काम को करने से ठेकेदार पीछे हट गए हैं। विभाग ने इसके लिए इसी साल दो बार टेण्डर जारी किया लेकिन किसी ने रूचि नहीं ली।
पिछले साल 11 अप्रैल को नक्सलियों ने यहां काफी उत्पात मचाया था। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद जगदलपुर के ठेकेदार रूपेश झा ने काम बंद कर दिया। उन्होंने 3.34 करोड़ रूपए में इसका ठेका लिया था। इस एनीकट की लंबाई सौ मीटर एवं ऊंचाई तीन मीटर है।
जल संसाधन विभाग के ईई एपी कुर्रे ने बताया कि इस साल फरवरी एवं मार्च में इसका टेण्डर निकाला गया था लेकिन किसी ने भी टेण्डर फार्म नहीं भरा। अभी शेष काम की लागत 2.74 करोड़ रूपए है। ज्ञात हो कि एनीकट बनाने का मकसद जलापूर्ति है।
दरअसल, पीएचई विभाग जल आवर्धन योजना पर काम कर रहा है। अभी मिंगाचल नदी में इनटेक वेल बन गया है। वहां से धनोरा तक पानी लाया जाएगा और फिर यहां इसका शोधन किया जाएगा। वाॅटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम करीब 90 फीसदी हो गया है। ट्रीटमेंट के बाद पानी नगर में पाइप लाइन से लाया जाएगा।
नगर में 5 ओवरहेड टैंक बनाए गए हैं। यहां तक जलापूर्ति करने के लिए अभी पाइप लाइन बिछाई जानी है। ये अभी टेण्डर प्रक्रिया में है। एनीकट बनने के बाद ही कुछ हो सकता है। फिलहाल नक्सली दहशत के कारण ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं।