पत्नी को गुपचुप में ज़हर खिलाकर मारा, बेटे ने देख लिया तो गला दबाकर की हत्या… डबल मर्डर का आरोपी एकाउंटेंट बिहार से गिरफ्तार
जगदलपुर @ खबर बस्तर। शहर के सनसिटी हाउसिंग बोर्ड कालोनी में हुए मां-बेटे की हत्या मामले के आरोपी अमिताभ राय को बस्तर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी व बेटे के हत्यारे एकाउंटेंट को पुलिस की टीम ने बिहार के गया जिले से धर दबोचा।
आपको बता दें कि बीते 17 फरवरी को जगदलपुर के लालबाग हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी में रहने वाले अमिताभ राय के मकान में उनकी पत्नी चमेली (अनु राय) और 08 वर्षीय बेटे आरव (यश) का संदिग्ध हालत में शव मिला था। बंद मकान से बदबू आने से लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी।
शहर को हिला देने वाले इस खौफ़नाक हत्याकाण्ड की खबर जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। घटना के बाद से फरार पेशे से एकाउंटेंट अमिताभ को पकड़ने के लिए एसपी जितेन्द्र मीणा के मार्गदर्शन में पुलिस की कई टीमें गठित की थीं। वहीं सादी वर्दी में भी पुलिस के जवान अमिताभ के पाए जाने वाले स्थानों पर नजर रखे हुए थे।
अमिताभ के बिहार में छिपे होने की पुख्ता जानकारी के बाद पुलिस की टीम बिहार रवाना हुई और गया जिले से उसे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपी अमिताभ राय को जगदलपुर लाया गया और न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय भेजा गया है।
चरित्र संदेह में की हत्या!
पुलिस को दिए अपने इकबालिया बयान में आरोपी अमिताभ राय ने बताया कि साल 2014 से उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी (चमेली राॅय) की कोख से जन्मा बच्चा उसका अपना नहीं है। इसी मामले को लेकर और अपनी माँ को अपने साथ रखने के नाम पर अमिताभ और उसकी पत्नी चमेली के बीच विवाद चल रहा था। दोनों में अक्सर लडाई-झगडा भी होता रहता था।
गुपचुप में मिलाया चूहामार ज़हर
आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि 13 फ़रवरी को उसने अपनी पत्नी चमेली को गुपचुप के साथ चूहा मारने का ज़हर मिलाकर खिला दिया था। ज़हर का सेवन करने की वजह से चमेली की मौत हो गई। इसके बावजूद अमिताभ ने अपनी पत्नी की मौत को सुनिश्चित करने के लिए उसका गला दबाया।
चश्मदीद बेटे को उतारा मौत के घाट
इधर, अपने पिता को मां की हत्या करते अमिताभ के नाबालिग पुत्र आरव राय ने देख लिया तो गुस्से में आकर अमिताभ राय ने बेटे की भी गला दबाकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।
इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अमिताभ राय ने पुलिस को गुमराह करने की नीयत से एक कन्फेशन नोट (स्वीकारोक्ति) लिखा। इस नोट में आरोपी अमिताभ ने अपनी पत्नी और बच्चे की हत्या की बात कबूलते हुए आत्महत्या करने की बात लिखी और फिर लापता हो गया था।