तीन दिनों तक फोर्स ने किया पीछा और मार गिराए 3 माओवादी… तेलंगाना से ग्रे हाउण्ड के जवान छग पहुंचे, तीनों शव बरामद
पंकज दाऊद @ बीजापुर। तेलंगाना के मुलगू जिले की ग्रे हाउण्ड फोर्स ने सोमवार की सुबह छग के इलमिड़ी थाना क्षेत्र में तीन नक्सलियों को मार गिराया। ये बीजापुर पुलिस के इनपुट के बेस पर किया गया।
एसपी कमलोचन कश्यप ने पत्रकारों को बताया कि सोमवार की सुबह 6 बजे से 7 बजे के बीच इलमिड़ी और तेलंगाना के वाजिड़ थाने के बीच ये मुठभेड़ हुई। मारे गए नक्सली गंगालूर थाना क्षेत्र के पेदाकोरमा, बासागुड़ा थाना क्षेत्र के मल्लेपल्ली एवं महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कुमा गांव के बताए गए हैं। इनके नामों का खुलासा अभी नहीं किया गया है।
मौके से फोर्स ने एसएलआर एलएमजी एक, संगीन के साथ एके 47 एक, एसएलआर एक, गन एक, पत्रिकाएं, एलएलआर एलएमजी के तीन, एके 47 के तीन, और 28 एवं एलएलआर के दो राउण्ड के अलावा विस्फोटक, कार्डेक्स वायर, प्रेशर कुकर, एक हैण्ड ग्रेनेड, एक चाकू, फ्लैश केमरा, चार सोलर प्लेट, एक सोलर फोल्डेबल शीट, एक किट बैग, दो पानी के डिब्बे आदि सामान बरामद किए गए।
एसपी के मुताबिक नक्सलियों की संख्या करीब तीस थी। इनमें से कुछ घायल भी हुए हैं। ग्रे हाउण्ड फोर्स ने तेलंगाना के चंद्रूपटला से तीन दिन पहले इन नक्सलियों का पीछा शुरू किया था और फिर बीजापुर में इन्हें मार गिराया। फोर्स छग में ढाई किमी अंदर घुसी थी। चार बजे बाॅडी रिकवर की गई।
तेलंगाना के एटुनगरम, वाजिड़, पेरूर और वेंकटापुरम में सर्चिंग की जा रही है। दरअसल तेलंगाना इन इलाकों में इसलिए सर्चिंग कर रही है क्योंकि यहां नक्सली लैण्ड माइन्स लगा रहे हैं। इससे सिविलियन और मवेशी मारे गए हैं। तेलंगाना में मुकुनुरपालेम के सोयम पैंटेया की मौत इससे हो गई।
एसपी ने माना, तेलंगाना की मुखबिरी अच्छी
एसपी कमलोचन कश्यप ने ये स्वीकार किया कि तेलंगाना पुलिस की गुप्तचरी बेहतर है। इसकी कई वजह है। यहां के बड़े नक्सली लीडर तेलंगाना में सरेण्डर करते हैं और उनसे पुलिस इनपुट लेती है। ऐसे लीडर्स को प्लानिंग की पूरी जानकारी होती है।
बीजापुर में ऐसे नक्सली सरेण्डर करते हैं जो छोटे स्तर के होते हैं और इन्हें प्लानिंग की पूरी जानकारी नहीं होती है। इन्हें बड़े लीडर प्लानिंग से दूर रखते हैं।
हिड़मा की तबीयत खराब
एसपी ने बताया कि दक्षिण बस्तर के बड़े नक्सली नेता हिड़मा की तबीयत खराब है। अभी उसका लोेकेशन तेलंगाना में है। उसका इलाज चल रहा है। दोनों राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश है।
बता दें कि हाल ही में बीमारी से नक्सली नेता आरके और हरिभूषण की मौत हो गई। इसके पहले रमन्ना की मौत हो गई थी। इससे नक्सली संगठन कमजोर पड़ रहा है। बस्तर में भी ये अंतिम सांसे ले रहा है। दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर में ही इनके क्रियाकलाप ज्यादा हैं। शेष बस्तर में इनकी मौजूदगी अब ना के बराबर है।