जानिए क्यों कुदरत ने महफूज़ रखा है इस शहर को आसमानी आफत से
पंकज दाऊद @ बीजापुर। ऊंचाई में करीब 18 वर्ग किमी के दायरे में बसी पालिका बारिश से उपजने वाली जलभराव की समस्या से बची हुई है और एक फायदा इस नगरनिकाय के साथ ये भी है कि इसके आसपास कोई बड़ी नदी या नाले नहीं हैं।
पंद्रह वार्डो वाली नगरपालिका की आबादी अभी करीब 20 हजार है। पिछली जनगणना में इसकी आबादी सोलह हजार थी। यहां मतदाताओं की संख्या करीब 12 हजार है। हालिया सालों में छोटे से कस्बे से नगरपालिका का दर्जा पाए इस क्षेत्र में बारिश का पानी रूकता नहीं है। ये सीधे नालियों और नालों के जरिए बह जाता है।
पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया ने बताया कि बारिश से पहले नालियों की सफाई का काम हर वार्ड में चल रहा है और ये प्रक्रिया नियमित रूप से की जा रही है। इसके लिए विशेष दस्ते को काम पर लगाया गया है। उनका कहना है कि जलभराव की समस्या कहीं भी नहीं है। ज्यादा बारिश होने पर भी ऐसी नौबत नहीं आती है।
इधर, सीएमओ पवन कुमार मेरिया ने बताया कि एक माह से नालियों की सफाई की जा रही है ताकि नालियों का पानी सड़क पर ना आ सके। उन्होंने बताया कि नगर में ऐसी कोई भी सड़क नहीं है, जहां बारिश में पानी सड़क पर जमा होता हो। उन्होंने बताया कि करीब 90 फीसदी नालियों की सफाई हो गई है।
पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष एवं मौजूदा पार्षद घासीराम नाग का कहना है कि पिछले साल बैदरगुड़ा तालाब का स्लूस गेट टूट गया। इसके ऊपर से लोग आना जाना करते थे। पिछले साल काफी परेशानी हुई। ज्यादा बारिश होने पर नई पुलिस लाइन के पीछे स्कूल तक नहीं आ पाते थे।
इस बारे में उन्होंने पालिका के अलावा जिला प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्हांने बताया कि जहां तक नालियों की सफाई की बात है, इसका काम चल रहा है। कहीं भी जलभराव की स्थिति नहीं बनती है।
लोग क्या कहते हैं
पेशे से शिक्षक मो. अय्यूब खान का कहना है कि मेन रोड की नालियों की सफाई सालों से नहीं हुई है। बारिश के दिनों में यहां पानी भर जाता है ओैर सड़ांध पैदा होती है। इससे दुकानदारों को परेशानी होती है।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश सदस्य एवं लैम्प्स अध्यक्ष नंदकिशोर यादव शहीद बुधराम राना वार्ड के पार्षद भी हैं। वे कहते हैं कि जेलबाड़ा के राहत शिविर के किनारे सड़क की जरूरत है। बारिश के दिनों में आने जाने में दिक्कत होती है। वैसे उनके वार्ड में जलभराव सी स्थिति नहीं आती है।
सुभाषचंद्र बोस वार्ड की शहला परवीन का कहना है कि उनके घर के समीप मस्जिद के सामने बारिश में पानी जाम हो जाता है। यहां नाली नहीं है। इसी तरह मिल के पास भी पानी सड़क पर आ जाता है। निकासी की उचित व्यवस्था का अभाव है।
शिक्षक तोकल सोमा कहते हैं कि अभी चिकटराज वार्ड के परधान पारा में नाली बन रही है। ये ठीक से नहीं बन रही है। पानी जाम होने लगा है। उन्होंने बताया कि परधानपारा से अमानपारा एवं भट्ठीपारा की ओर जाने वाली सड़क में पुराना रपटा है। यहां पुल की जरूरत है। बारिश में पानी भर जाने से आने जाने में परेशानी होती है।
तहसीपारा निवासी व्यापारी अवधेश साहू ने बताया कि पुराने बस स्टैण्ड में लैम्प्स के पास बारिश में पानी भर जाता है। यहां नाली संकरी है। उन्होंने बताया कि यहां चौड़ी नाली प्रस्तावित है। ये बन जाने पर लोगों की दिक्कत दूर होगी।
मेन रोड निवासी शिक्षक बीके शर्मा का कहना है कि मुख्य मार्ग के किनारे नालियों की सफाई नहीं हो रही है। बारिश से पहले सफाई जरूरी है क्योंकि नाली का गंदा पानी बारिश में सड़क पर आ जाएगा। लोग भी नालियां में कचरा डाल देते हैं। लोगों को भी जागरूक होने की दरकार है।
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