घर में सो रहा डेढ़ महीने का मासूम गायब ! एक हफ्ते बाद भी बच्चे का सुराग नहीं… चोरी हुआ या जानवर उठा ले गया, पुलिस कर रही जांच !
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। जिले के बारसूर इलाके से एक बच्चे के लापता होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना के एक सप्ताह बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं लग सका है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के मुताबिक, बारसूर थाना क्षेत्र के उपेट गांव से एक डेढ़ महीने का बच्चा गायब हो गया है। परिजनों का कहना है कि बच्चा अपनी मां के साथ घर में सो रहा था। लेकिन देर रात जब मां उठी तो बच्चा बिस्तर से गायब था।
बच्चे के पिता बक्सू कश्यप निवासी ईरपा पारा उपेट ने थाना बारसूर में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। बक्सू ने बताया कि 21 मई की रात्रि में वह, उसके भाई और अन्य परिजन घर के बाहर सोए थे। जबकि उसकी पत्नी अपने 45 दिन के नवजात शिशु युग कश्यप के साथ घर के अंदर कमरे में सोई थी।
रात्रि करीब पौने 12 बजे बच्चे की मां की नींद खुली तो उसने पाया कि उसका डेढ़ माह का बच्चा बिस्तर में नहीं है। यह देखते ही उसके होश उड़ गए और उसने घर के अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने घर में और आसपास सभी जगहों पर बच्चे की खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका।
परिजनों को अपहरण की आशंका!
बच्चे के पिता बक्सू ने आशंका जताई है कि उसके बेटे युग कश्यप को कोई अज्ञात व्यक्ति उठाकर ले गया है। बारसूर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 363 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है। हालांकि, अभी तक पुलिस के हाथ खाली है।
ऐसी आशंका भी…
इधर, कुछ लोग आशंका जता रहे है कि बच्चे को कोई जंगली जानवर उठाकर ले गया होगा। हालांकि, ऐसा अगर होता तो मौके पर खून के धब्बे अवश्य मिलते, जबकि ऐसा कोई भी साक्ष्य पुलिस को नहीं मिला है। इधर, आशंका ये भी है कि बच्चे को किसी ने अगवा कर लिया होगा। बहरहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
घर के अंदर से बच्चे के लापता होने के बाद से परिजन भी सकते में हैं। इधर, पुलिस के साथ ही वन विभाग की टीम भी बच्चे की खोजबीन में जुटी है। उपेट गांव से सटे जंगलों में पुलिस व वन अमले ने बच्चे की पतासाजी की लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।
बच्चा चोर गिरोह भी सक्रिय !
बता दें कि पड़ोसी जिले बीजापुर में हाल ही में एक बच्चे की चोरी की कोशिश करती दो महिलाओं को पकड़ा गया था। घर के बाहर खेलते बच्चे को आरोपी महिलाओं ने पकड़कर बोरे में भर लिया था।
बच्चे की चीखने-चिल्लाने की आवाज से उसका 13 साल का मामा मौके पर पहुंचा और दोनों महिलाओं के कब्जे से बच्चे को छुड़ाया गया।