इधर नक्सलियों ने 5 वाहन जलाए, उधर खौफजदा कर्मचारी नौ दो ग्यारह… थाने में शाम तक नहीं दर्ज हो सकी एफआईआर
पंकज दाउद @ बीजापुर। यहां से कोई बीस किमी दूर नैशनल हाईवे पर बसे गांव मिंगाचल में एनीकट के काम में लगी 5 वाहनों को नक्सलियों ने फूंक दिया। खौफजदा कर्मचारी वहां से भाग गए और नैमेड़ थाने तक नहीं पहुंचे। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
मिंगाचल गांव में नैशनल हाईवे से कोई 4 किमी दूर जल संसाधन विभाग एनीकट बनवा रहा है। बताया गया है कि दोपहर करीब डेढ़ बजे 15 से 20 नक्सली सादे कपड़े में पारंपरिक हथियारों से लैस होकर निर्माण स्थल पर पहुंचे और दो जेसीबी, दो मिक्सर मशीन एवं एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया।
मजदूरों से मारपीट नहीं की गई। पहले मजदूरों को भगा दिया। नक्सली धान का पैरा लेकर आए थे। वे वाहनों को जलाने में इसके इस्तेमाल के लिए लाए थे।
नैमेड़ थानेदार संजीव बैरागी ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है लेकिन मौके पर मौजूद मजदूर वहां से भाग गए हैं। इस वजह से शाम तक रिपोर्ट नहीं लिखी जा सकी है। कुछ मजदूर स्थानीय हैं जबकि कुछ मजदूर गदामली एवं आसपास के गांव के हैं। सरपंच से उन्हें थाने लाने कहा गया है।
बताया गया है कि मौके पर आधा ड्रम डीजल, बर्तन एवं अन्य सामान रखे गए हैं। इसकी चोरी भी हो सकती है। समझा जाता है कि भयवश वे मौके से भाग गए।
जल संसाधन विभाग के ईई जेपी सुमन ने बताया कि डैम जनवरी से बन रहा है। इसकी मियाद वर्षा ऋतु सहित 11 माह की थी लेकिन इसका अनुबंध 11 मई 2020 को जगदलपुर के ठेकेदार भूपेष कुमार झा से हुआ था।
एनीकट की लागत तीन करोड़ 78 लाख है। एनीकट की उंचाई तीन मीटर और चौड़ाई है। अनुबंध की समय सीमा बढ़ाई गई। जून में इसकी पूर्णता का लक्ष्य दिया गया है।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) April 9, 2021
दरअसल, इसका पैसा पीएचई विभाग ने जारी किया है। मिंगाचल नदी में एनीकट बनाने का मकसद बीजापुर के जल आवर्धन योजना है। यहां से पानी धनोरा भेजा जाएगा जहां से फिल्टर करने के बाद बीजापुर पाइप लाइन से भेजा जाएगा।
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