नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों की हत्या की… पर्चे में लिखा— पुलिस के गोपनीय सैनिक थे, इसलिए जनअदालत में मिली मौत की सजा
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। मुखबिरी के शक में माओवादियों ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है। घटना किरन्दुल थाना क्षेत्र की है।
घटना की पुष्टि एसपी अभिषेक पल्लव ने की है। उन्होंने बताया कि किरन्दुल थाना क्षेत्र के डोका पारा के दो ग्रामीणों अशोक कुंजाम और बंडा कुंजाम की नक्सलियों ने निर्मम हत्या की है। वहीं परिजनों के साथ भी नक्सलियों ने मारपीट की है। घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई।
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एसपी के मुताबिक, नक्सलियों द्वारा 2 निर्दोष लोगों की हत्या किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। मृत ग्रामीणों के शवों को किरन्दुल थाना लाया गया है। पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।
बताया गया है कि अशोक कुंजाम के विवाह के सिलसिले में बातचीत करने घरवाले बीजापुर जिले के दूदी तुमनार गए थे। इसी दौरान हिरोली और डोका पारा के बीच जंगल में नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों की हत्या कर दी। वहीं साथ में मौजूद 5 महिलाओं के साथ पिटाई भी की।
इस घटना की जिम्मेदारी गंगालूर एरिया कमेटी द्वारा ली गई है। ग्रामीणों की हत्या करने के बाद नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें लिखा गया है कि अशोक कुंजाम व बंडा कुंजाम पुलिस के गोपनीय सैनिक थे। इन्हें जनअदालत में मौत की सजा दी गई।
हत्या के लिए SP को बताया जिम्मेदार
नक्सलियों का आरोप है कि दोनों ग्रामीण डीआरजी के साथ कई अभियान में शामिल थे। माओवादियों ने इस हत्या के लिए दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं पुलिस के लिए मुखबिरी करने वालों को ऐसी ही सजा देने की चेतावनी भी दी है।
इधर, इस मसले पर एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है कि पुलिस व ग्रामीणों के बीच बढ़ते समन्वय से माओवादी बौखला गए हैं। ग्रामीणों की हत्या कर नक्सली अपनी बौखलाहट ही दर्शा रहे हैं। बात बात पर फोर्स को कटघरे में खड़ा करने वाले हृयूमन राइट एक्टिविस्टों को इन नक्सली घटनाओं का भी विरोध करना चाहिए।
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