नक्सलियों ने मनरेगा कर्मियों के हड़ताल का किया समर्थन… प्रेस नोट में कहा- बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल करे सरकार
के. शंकर @ सुकमा। छत्तीसगढ़ में पिछले 2 महीने से आंदोलनरत मनरेगा कर्मचारियों के हड़ताल को नक्सलियों ने भी समर्थन जताया है। नक्सलियों ने सरकार से अपील की है कि इनकी जायज मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करे और बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को बहाल किया जाए।
नक्सलियों की उत्तर सब जोनल ब्यूरो (दण्डकारण्य) प्रवक्ता मंगली ने प्रेसनोट जारी कर मनरेगा कर्मियों की हड़ताल को जायज ठहराया है। उनका कहना है कि मनरेगा कर्मी दो महीने से ज्यादा समय से हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार इस मसले पर अड़ियल रुख अपनाते हुए बर्खास्तगी की कार्रवाई कर रही है।
नक्सली प्रवक्ता ने कहा कि मनरेगा कर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व संविदाकर्मियों के नियमितीकरण का चुनाव के समय किया गया वादा भूपेश सरकार को निभाना चाहिए। मनरेगा कर्मियों के आंदोलन के प्रति अलोकत़ांत्रिक रवैये को त्याग कर सरकार को बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बहाल करना चाहिए।
कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचा रही सरकारें
प्रेस नोट में कहा गया है कि केन्द्र व राज्य सरकारें अंबानी व अडानी जैसे बड़े कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए जन विरोधी व कर्मचारी विरोधी नीतियों को लागू कर रही है। अडानी के लिए हसदेव के जंगलों को काटने की अनुमति दी गई। इस परियोजना के विरोध में चल रहे आंदोलनों को नजरअंदाज किया जा रहा है।