छत्तीसगढ़ में अब स्थायी जाति प्रमाणपत्र बनेगा, छात्र हित में सरकार का बड़ा फैसला… हर साल प्रमाणपत्र बनवाने की झंझट से मिलेगी मुक्ति
रायपुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ सरकार ने छात्र हित में बड़ा फैसला लिया है। अब स्कूलों में ही विद्यार्थियों को स्थायी जाति प्रमाणपत्र जारी हो जाएगा।
राज्य सरकार के इस निर्णय से विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष जाति प्रमाण पत्र बनवाने की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। विद्यार्थियों को जारी जाति प्रमाण पत्र स्थायी अभिलेख की तरह होंगे।
राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
Read More :-
जब कलेक्टर करने लगे की धान कटाई, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप!
— Khabar Bastar (@khabarbastar) November 9, 2022
आदेश में स्पष्ट किया गया है कि स्थाई सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र (जाति प्रमाण पत्र) की मान्यता समय के द्वारा सीमित नहीं होगी अर्थात् यह कालातीत नहीं होगा यह सर्वदा के लिए होगा।
यह एक तरह से स्थाई अभिलेख है। बार-बार जाति प्रमाण जारी किये जाने की आवश्यकता नही है। जाति प्रमाण पत्र खो जाने की स्थिति में प्राधिकृत अधिकारी द्वारा इसका डुप्लीकेट भी जारी किया जा सकेगा।
कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी शासकीय, निजी स्कूलों में कक्षा छठवीं से बारहवीं तक अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के विद्यार्थियों के जाति एवं निवास प्रमाण पत्र वहीं बनाएं जाएं।
उसके लिए स्कूलों में हर साल शिविर लगाकर रिकॉर्ड लिया जाए और प्रमाणपत्र बनाकर वितरित किया जाए। स्कूलों में लंबित जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आगामी शैक्षणिक सत्र तक जारी किये जाएं।