CG-तेलंगाना बार्डर पर पकड़ाया बेशकीमती सागौन… बिना नंबर की गाड़ी में हो रही थी सागौन की तस्करी, ड्राइवर फरार
बीजापुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सागौन तस्करी का एक और नया मामला सामने आया है। सागौन तस्करी का स्वर्ग माने जाने वाले भोपालपटनम क्षेत्र में एक पिकअप वाहन को पकड़ा गया है, जिसमें भरकर सागौन के गोलों को तेलंगाना की ओर परिवहन किया जा रहा था।
बता दें कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना बार्डर पर स्थित तारलागुड़ा फारेस्ट नाका में अवैध रूप से परिवहन कर रहे सागौन लकड़ी से भरी पिकअप को पकड़ा गया है।
गाड़ी तेलंगाना की बताई जा रही है, जिसमें अंतर राज्यीय तस्कर सागौन भर कर रात के अंधेरे में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे।
वन विभाग की टीम ने नाके में टाटा पिकअप गाड़ी को रोक कर तलाशी ली तो इसमें सागौन के गोले भरे हुए थे। पकड़े गए सागौन की कीमत करीब 4 लाख रुपये आंकी गई है। कार्रवाई के दौरान मौका देखकर ड्राइवर गाड़ी को मौके पर ही स्टार्ट छोड़कर फरार हो गया।
वन विभाग की इस कार्रवाई ने अंतरराज्यीय वन तस्करी का भांडाफोड़ किया है। तेलंगाना के तस्कर इसी रास्ते बेशकीमती सागौन की तस्करी लंबे समय से करते रहे हैं। लेकिन इस बार वन विभाग की टीम ने समय रहते एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर वन तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
वन अमले ने सागौन तस्करी में उपयोग की गई पिकअप वाहन को जब्त कर भोपालपटनम डिपो में रखवा दिया है। गाड़ी में नंबर भी अंकित नहीं है। केवल AP लिखा है, जिससे गाड़ी के तेलंगाना या आंध्रपदेश की होने की आशंका जताई जा रही है।
सागौन तस्करी मामले में अफसर सस्पेंड
बता दें कि कुछ दिनों पहले भोपालपटनम फारेस्ट नाके में वन विभाग की टीम ने एक गाड़ी को सागौन परिवहन करते पकड़ा था। पशुधन विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह सरकारी एंबुलेंस में सागौन तस्करी करते धरे गए थे।
गाड़ी वे खुद ही चला रहे थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग के अवर सचिव द्वारा डिप्टी डायरेक्टर को सस्पेंड किया गया है।