सरेंडर नक्सली की मौत का खुला राज… किराए के पिकअप से कुचलकर मार डाला था, हत्या के 2 आरोपी गिरफ्तार…. पैसों के लेनदेन को लेकर हुआ था विवाद
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक युवक ने सरेंडर नक्सली की पिकअप से कुचलकर हत्या करवा दी थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, यह पूरा मामला पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद से जुड़ा है। आरोपी युवक ने आत्मसमर्पित नक्सली को पूरी प्लानिंग के साथ किराए के पिकअप वाहन से कुचलवाया और इस घटना को सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश की।
हालांकि, मृतक की पत्नी ने इसे हत्या का मामला बताते हुए जांच की मांग की थी। पुलिस ने जब अपनी जांच आगे बढ़ाई तो यह प्रकरण हत्या का ही निकला। करीब एक महीने की पड़ताल के बाद पुलिस ने हत्या के आरोपी दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या था पूरा मामला
दरअसल, 22 अगस्त 2022 की रात करीब 10ः30 बजे गीदम-दंतेवाडा मुख्यमार्ग पर कारली पेट्रोल पंप के सामने पूर्व नक्सली सुंदर कोर्राम को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। प्रारंभिक तौर पर इसे सड़क हादसा बताया जा रहा था। लेकिन सुंदर कोर्राम की पत्नी मंजू ने अपने पति की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से मामले की जांच की मांग की थी।
सुंदर की पत्नी ने पुलिस को बताया था कि 22 अगस्त की रात उसके पति के मोबाइल पर किसी कमलू नाम के व्यक्ति का फोन आया था और उसने पैसे देने की बात कही थी।
सुंदर कोर्राम अपने घर से कमलू से मिलने जाने के नाम पर निकला था, लेकिन जब काफी देर तक वह घर नहीं लौटा तो उसकी पत्नी को शक हुआ।
मंजू अपने पति को खोजने घर से निकली। खोजबीन के दौरान कारली मेन रोड पर पेट्रोल पम्प के पास उसके पति की लाश मिली, जिसे किसी अज्ञात वाहन चालक द्वारा कुचलकर फरार हो गया था।
पति की मौत को हादसा नहीं मानते हुए मंजू ने सुंदर कोर्राम की हत्या होने का दावा किया था। मृतक की पत्नी द्वारा की गई रिपोर्ट के बाद गीदम पुलिस ने अपराध क्रमांक 106 ध् 2022 धारा 304 ए भा.द.वि. का मामला पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की।
मामला संदेहास्पद प्रतीत होने पर पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर आरोपी कमलू राम कश्यप पिता लख्बूराम कश्यप निवासी करेकोट थाना मारडूूम जिला बस्तर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
हालांकि, आरोपी पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा लेकिन पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने सारा राज उगल दिया और अपना गुनाह कबूल करते हुए पिकअप गाड़ी से सुंदर कोर्राम को कुचलवाने की बात स्वीकारी।
कमलू राम ने बताया कि मृतक सुन्दर कोर्राम के साथ मिलकर वह बैला, भैंसा खरीदी-बिक्री का काम किया करता था। जिसका हिसाब-किताब स्वयं कमलूराम कश्यप रखता था। मवेशियों की खरीदी-बिक्री की रकम कमलूराम अकेले रखकर मृतक सुन्दर को नहीं दे रहा था।
आरोपी कमलू कश्यप से मृतक सुन्दर कोर्राम को लगभग 1 लाख 60 हजार रुपये लेना था, जिसे वह बार-बार मांग रहा था। बार-बार पैसों की मांग से परेशान होकर कमलू ने सुंदर को अपने रास्ते से हटाने की प्लानिंग बनाई और इसे अंजाम देने के लिए उसने अपने रिश्तेदार ड्राइवर दुर्गेश कडियाम निवासी कंवलनार थाना फरसपाल जिला दन्तेवाडा की मदद ली।
दोनों ने एक किराए की पिकअप वाहन बुकिंग की और 22 अगस्त की रात सुंदर कोर्राम को फोन कर बुलाया। सुंदर जब घर ने निकला तो कमलू कश्यप ने उसे फोन पर उलझाए रखा।
इसी बीच कारली पुलिस पेट्रोल पम्प के पास मोबाईल में बात कर रहे सुन्दर कोर्राम को जान से मारने के उद्देश्य से दुर्गेश कडियाम तेजी से वाहन को चलाते हुए आया और जोर से ठोकर मारते हुए उसे कुचलकर गाड़ी आगे बढ़ा दिया।