पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले के मोदकपाल थाना क्षेत्र के ओगलापारा नुकनपाल में दो दिन पहले एनकाउण्टर के बाद जब सीआरपीएफ के जवानों ने मौके की सर्चिंग की, तो वे दंग रह गए। वहां महिला नक्सलियों के महंगे, नए और ब्राण्डेड अण्डर गारमेंट के अलावा रेमण्ड कंपनी के 200 मीटर कपड़े भी मिले।
बता दें कि मुरकीनार से शुक्रवार की तड़के करीब 5 बजे सीआरपीएफ की 229 बटालियन की ई कंपनी के जवान सहायक कमाण्डेंट अमित कुमार की अगुवाई में निकले थे। उनके साथ इंस्पेक्टर रंजीत सिंह भी थे। जब वे ओगलापारा नुकनपाल पहुंचे, तो वहां नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जब फोर्स की ओर से जवाबी फायरिंग हुई तो नक्सली नाले की ओट लेते भाग गए।
जवानों द्वारा मौके की सर्चिंग की गई तो वहां 200 मीटर रेमण्ड के काले कपड़े के चार थान मिले। अनुमान है कि इसे काली वर्दी सिलवाने के लिए हाल ही में लाया गया था। इसे नक्सलियों ने खोला भी नहीं था। इससे करीब 55 वर्दी बनाई जा सकती है। इसी तरह बड़ी संख्या में महिला नक्सलियों के ब्राण्डेड और नए अंतःवस्त्र पाए गए।
सूत्रों के मुताबिक वहां पुलिस को मोटोरोला कंपनी के चार नए और पैक चार्जर भी मिले। समझा जाता है कि ये सामान हाल ही में नक्सलियों को सप्लाई किए गए थे। इसके अलावा एवरीडे नेस्ले का दूध का पैकेट, बासमती चावल, दवा, तौलिए, चादर, बर्तन, प्लास्टिक का स्टूल इत्यादि सामान बरामद किए गए।
वाहन उड़ाने के लिए काफी था प्रेशर IED
सीआरपीएफ की 229 बटालियन के जवानों ने मौके से कूकर में रखा गया, प्रेषर आईईडी बरामद किया। इसमें पांच किलो विस्फोटक रखा था और ये एक वाहन को उड़ाने के लिए काफी था। इसे ऐसा पैक किया गया था कि इसमें नमी किसी भी दशा में ना जाए। कूकर होने के बावजूद इसे पाॅलीथीन से लपेट दिया गया था।
बड़े खतरनाक इरादे थे नक्सलियों के
ओगलापारा में नक्सली खतरनाक मंसूबों से जमा हुए थे और घात लगाए बैठे थे। नक्सलियों ने जवानों पर एके 47, एसएलआर, एलएमजी, थ्री नाॅट थ्री इंसास आदि हथियारों से फायरिंग की। सबसे आष्चर्यजनक बात तो यह थी कि नक्सलियों ने ऑटो फाॅल यानि एसएलआर के छोटे रूप का भी इस्तेमाल किया। इससे बर्स्ट फायर किया जाता है।
अनुमान लगाया गया है कि यहां बड़े नक्सली भी मौजूद थे। तीस से पैंतीस नक्सली वर्दी में थे और बाकि सादे कपड़े में थे। इनमें महिलाओं की संख्या भी काफी थी। जब फोर्स भारी पड़ी तो नक्सली भागने लगे। यहां छह से सात नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने का अनुमान है। खून के धब्बे और घसीटने के निषान नाले किनारे देखे गए।
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