आखिर कौन थे वो, जो एनकाउंटर में मारे गए ? नक्सलियों ने किए जारी पर्चे, 22 को बंद का आह्वान
पंकज दाऊद @ बीजापुर। एक दिन पहले एनकाउण्टर में मारे गए माओवादी आखिर कौन थे, इस बात का खुलासा बुधवार को खुद माओवादियों ने कर दिया। सबके नाम उन्होंने पर्चे में दे दिए।
सीपीआई माओवादी की जेएमडब्ल्यूपी डिविजनल कमेटी की ओेर से कहा गया है कि केर्रागुट्टा में 18 जनवरी को मुठभेड़ हुई थी। इसके विरोध में नक्सलियों ने तेलंगाना के मुलगू जिले में बंद का आह्वान किया है।
नक्सलियों के मुताबिक वेंकटापुरम के वाजेड़ एरिया में 10 माओवादी लोगों की समस्या सुनने गए थे। इस बात का पता पुलिस को चल गया। पुलिस वन्यजीवों के शिकार करने की तरह ग्रामीणों की मानिंद उस इलाके में आई और नक्सलियों को पास से गोली मारी। इनमें शांता उर्फ मड़कम चिंगे मारी गई। वह छग की थी और तेलंगाना में नक्सलियों के साथ काम कर रही थी।
कोमूरा नरेश नरसमपेटा दलम का कमाण्डर था। वह भी मारा गया। वह भूपालपल्ली जिले के रेगूला मण्डलम के जगैयापेटा का निवासी था। एलैया गटैया अठारह साल की उम्र से सीपीआई एमएल में काम करता था। 2009 में वह गिरफ्तार भी हुआ था। उसने 2018 में सीपीआई माओवादी संगठन को ज्वाइन किया।
कोवासी मुआल उर्फ कैलाश दंतेवाड़ा जिले के भीकूपाल का निवासी था। 2016 में उसने अठारह साल की उम्र में साइदा दलम में काम करना शुरू किया। ज्ञात हो कि तीन शवों को जिला मुख्यालय लाया गया है।