कोरोना योद्धाओं को सलाम: 46 डिग्री तापमान पर PPE किट पहनकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही अप्रवासी मजदूरों की जांच
के. शंकर @ सुकमा। जिले के स्वास्थ्य कर्मी पिछले दो महीने से दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों की कोविड 19 की जांच में लगे हुए हैं। मजदूरों की जांच के लिए 3 विकासखण्डों के स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते काफी संख्या में मजदूर महानगरों से वापस अपने घर लौट आए हैं। अब इन मजदूरों की एक बार फिर घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच विभागीय टीम के द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही यह भी जानकारी ली जा रही है कि वह कब व किस शहर से वापस लौटे हैं।
Read More:
मलकानगिरी में मिले 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज, सुकमा से बजी खतरे की घंटी! https://t.co/EWY3I64LFC
— Khabar Bastar (@khabarbastar) May 20, 2020
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। तीनों ब्लाक के सभी क्वारंटीन सेंटरों में संदिग्धों का सैम्पल लिया जा रहा है।
अभी तक कोंटा, पोटाकेबिन, आरएमएसए कन्या शाला कोंटा, एर्राबोर, इंजरम, दोरनापाल, पोटाकेबिन छिंदगढ़, पुसपाल गुम्मा, चिंतलनार, उर्मापाल, कोडरीपाल, गोरली, पोंदम, पेंदलनार, डोलेरास, कुन्ना, पाकेला, रोकेल, केरातोंग, तोंगपाल, कुकानार समेत सभी पंचायतों में जाकर RTPCR का सेम्पल कलेक्शन किया गया।
सभी की रिपोर्ट निगेटिव
बता दें कि अब तक कुल 720 सैम्पल जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जिनमें से 372 की रिपोर्ट आ चुकी है। ये सभी रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रवासी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें घर भिजवा दिया था। लेकिन भविष्य में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों ने घर-घर जाकर इन लोगों की जांच कर निःशुल्क दवा वितरित की।
स्वास्थ्य विभाग की टीम पीपीई किट पहनकर 46 डिग्री गर्मी में जान जोखिम में डालकर अप्रवासी मजदूरों की जांच में जुटी है। जिले की सैंपल कलेक्शन टीम तपती गर्मी में भी डटी हुई है। मेडिकल लेब टेक्नोलॉजिस्ट गोरे नाथ जांगड़े ने बताया कि सैंपल कलेक्शन ना केवल क्वारंटाइन सेंटरों से बल्कि, अंदरूनी इलाके में पहुंच कर पंचायत स्तर से भी सैम्पल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
Read More:
डिप्टी कलेक्टर का ड्राइवर निकला कोरोना से संक्रमित, अधिकारी समेत संपर्क में आने वाले लोगों का होगा टेस्ट https://t.co/7y2kfySet9
— Khabar Bastar (@khabarbastar) May 20, 2020
गोरेनाथ जांगड़े ने बताया कि जिन मजदूरों की जांच की गई है। वह सभी स्वस्थ्य है। हालांकि, कुछ बाहरी मजदूरों को थकान हो रही है। कई किलोमीटर पैदल चलकर आने से उन्हें यह तकलीफ हुई। इस मौके पर डॉक्टर महादेव बारसे, उत्कर्षा ध्रुव स्टाफ नर्स, लक्ष्मण नाग सफाई कर्मी आदि मौजूद थे।
ड्यूटी के दौरान नहीं मिल रहा नाश्ता पानी
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए शासन द्वारा जिले को करोड़ों रूपए दिए गए हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को नाश्ता तो दूर चाय तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि लॉकडॉउन के चलते नास्ता खाना समय पर नही मिल पा रहा है जिससे चलते अंदरूनी क्षेत्रो में काफी परेशानी होती है।
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…
ख़बर बस्तर के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए इस Link को क्लिक कीजिए….
दोस्तों, हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें | Join |
हमारे Telegram ग्रुप को Join करें | Join |