मीटिंग हुई और रैली नहीं निकली ? दिनभर हलाकान रहा प्रशासन, गंगालूर रोड में रही तगड़ी सुरक्षा
पंकज दाऊद @ बीजापुर। गंगालूर से ग्रामीणों की मांग को लेकर निकलने वाली रैली तो फेल हो गई लेकिन इसके चलते जिला एवं प्रुलिस प्रशासन के अफसर दिनभर परेशान रहे।
दरअसल, प्रशासन को सूचना मिली थी कि किन्हीं मांगों को लेेकर गंगालूर इलाके के कुछ गांवों के लोग गुरूवार को रैली निकालेंगे। इस सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अफसर सुबह से ही गंगालूर रोड पर तैनात थे। बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। मनकेली चौक, पामलवाया, पदेड़ा, चेरपाल एवं गंगालूर में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे।
बताया गया है कि पुलिस ने एहतियात के तौर पर गंगालूर इलाके की टैक्सियों एवं ट्रैक्टरों को थाने में रखवा लिया था ताकि भीड़भाड़ ना हो सके। सीआरपीएफ, डीएफ एवं डीआरजी के जवानों के अलावा महिला कमाण्डों को भी तैनात किया गया था।
खुफिया सूत्रों की मानें तो इसुलनार, गोरला, मनकेली, कोरमा, पेदाकोरमा एवं दीगर गांवों में इस रैली को लेकर बुधवार की रात बैठक भी हुई थी। इसके बाद भी लोग नहीं आए।
ज्ञात हो कि गंगालूर इलाके के लोग इसके पहले भी तीन बार रैली निकाल चुके हैं। वे चिकित्सकों को बदलने की मांग कर चुके हैं। ग्रामीणों ने कोरोना के नाम पर लोगों को जबरदस्ती भर्ती करने और उनकी किडनी निकालने का आरोप लगाया था। लोगों ने तब कोरोना को फैलने से रोकने के लिए गश्त बंद करने की भी मांग की थी।
कोई सूचना नहीं- एसडीएम
एसडीएम डाॅ हेमेन्द्र भूआर्य के मुताबिक थाने या जिला प्रशासन को रैली निकाले जाने की कोई लिखित सूचना नहीं मिली थी। मौखिक तौर पर इस बात का पता चला था। इस वजह से सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।
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