CM समेत नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करना पड़ा भारी, कलेक्टर ने जनपद CEO को थमाया नोटिस… मामले की जांच के लिए कमेटी गठित
कांकेर @ खबर बस्तर। अनिश्चितकालीन हड़ताल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य नेताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी करने वाले जनपद सीईओ को कलेक्टर ने नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है।
बता दें कि जनपद पंचायत अंतागढ़ के सीईओ पीआर साहू ने हड़ताल के मंच से कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह सहित और मंत्री रविन्द्र चौबे का नाम लेकर अशोभनीय टिप्पणी की थी।
सीईओ का भाषण देते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने नोटिस थमाते हुए जवाब तलब किया है।
CEO ने क्या कहा था भाषण में…
अंतागढ़ में हड़ताल के दौरान जनपद सीईओ पीआर साहू ने राज्य सरकार की कई योजनाओं पर सवाल खड़े करते हुए इसे नेताओं के व्यक्तिगत हित के लिए निर्मित बताया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गेड़ी चढ़ने और डांस करने में लगे हैं।
जनपद सीईओ साहू ने कहा कि “छत्तीसगढ़ में हमने ऐसा मुख्यमंत्री पाया है जो कहने को छत्तीसगढ़िया है लेकिन उसे गेढ़ी चढ़ने, पोरा और तीजा में नाचने से फुर्सत नहीं है। आज छत्तीसगढ़ को एक कुशल प्रशासनिक मुख्यमंत्री की जरूरत है।“
सीईओ इतने पर ही नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, “मैं भी छत्तीसगढ़िया होने के नाते मुख्यमंत्री के छत्तीसगढ़ी संस्कृति से लगाव का सम्मान करता हूं, लेकिन गेढ़ी चढ़ने या आदिवासी नृत्यों पर नाच करने से प्रदेश विकास नहीं होने वाला है।“
जनपद सीईओ साहू ने अपने भाषण में नेताओं की सैलरी पर भी सवाल उठाते कहा, “कर्मचारियों का वेतन देने बजट आवंटन का अभाव बताते हो। आपके विधायक मंत्री के वेतन बढ़ाने पैसा कहां से जाएगा।“
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CM @bhupeshbaghel ने हड़ताली कर्मचारियों से की अपील, ट्वीट कर कही ये बात !@ChhattisgarhCMO https://t.co/VdokRDBZqa
— Khabar Bastar (@khabarbastar) August 31, 2022
सीईओ का भाषण सुनकर हड़ताल के पंडाल में बैठे अधिकारी-कर्मचारी तालियां बजाते रहे, लेकिन किसी ने भी उन्हें रोकने-टोकने की कोशिश नहीं की।
तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित
मुख्यमंत्री और पूर्व सीएम सहित मंत्रियों पर अशोभनीय टिप्पणी करने के मामले में कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की गई है, जिसे 3 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
बता दें कि संयुक्त कलेक्टर जीएस नाग की अध्यक्षता में अधिकारियों की तीन सदस्यीय कमेटी इस मामले की जांच करेगी। इस टीम में अंतागढ़ एसडीएम केएस पैकरा और जिला कोषालय अधिकारी रामानंद कुंजाम शामिल हैं।
कलेक्टर ने बताया कि कमेटी को जांच के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। जांच रिपोर्ट अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कमिश्नर बस्तर को भेजा जाएगा।