कवासी लखमा के भाषण के दौरान लगे मुर्दाबाद के नारे… आरक्षण के मुद्दे पर आदिवासी समाज ने किया हंगामा
कांकेर @ खबर बस्तर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर सियासी पारा गर्म हो गया है। नामांकन वापसी के बाद प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार भी शुरू हो गया है।
इसी बीच आरक्षण के मसले पर आदिवासियों की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। भानुप्रतापपुर में चुनाव प्रचार करने पहुंचे प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को इसी नाराजगी का सामना करना पड़ा।
बुधवार को आबकारी मंत्री कवासी लखमा कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के साथ चुनाव प्रचार में निकले थे। बोगर गांव में वे ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे तभी आदिवासी समाज के लोगों ने उन्हें घेर लिया।
लखमा के भाषण के दौरान आदिवासी समाज के लोग भूपेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि, लखमा ने उन्हें मनाने की भी कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने और मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
Watch VIDEO …
आरक्षण में कटौती के लिए भूपेश सरकार को जिम्मेदार बताते हुए प्रदर्शनकारियों ने आदिवासी विधायकों को भी कटघरे में खड़ा किया। बाद में सावित्री मंडावी ने खुद माइक हाथ में लेकर किसी तरह लोगों को शांत करवाया।
चुनाव प्रचार के दौरान मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि अगर वो आरक्षण नहीं दिला पाएंगे तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद किसी तरह से नाराज लोगों को शांत कराया गया।