दर्दनाक हादसे में 6 की मौत… खदान धसकने से मौके पर ही 6 ने दम तोड़ा, मृतकों में 5 महिलाएं शामिल
जगदलपुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में खदान के धसकने से 6 ग्रामीणों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में 3 लोग जख्मी हुए हैं। मरने वालों में 5 महिलाएं शामिल हैं।
बकावंड विकासखंड के ग्राम मालगांव में शुक्रवार को छुई खदान धसकने से हुई 6 ग्रामीणों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा दुःख प्रकट किया है।
सीएम ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों को बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मालगांव में शासकीय भूमि पर खदान स्थित है। इस खदान में अवैध उत्खनन का काम चल रहा था। गांव के कुछ लोग खदान के नीचे उतरकर मिट्टी निकाल रहे तभी अचानक जमीन धंस गई।
इस हादसे में खदान के नीचे मौजूद लोग दब गए। पास में ही खड़े अन्य मजदूरों ने इसकी जानकारी फौरन प्रशासन को दी। मौके पर NDRF और SDRF की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया।
हादसे में मृत लोगों के नाम…
1. रामेश्वर बघेल पिता स्व. तुलसी राम बघेल, उम्र 35 वर्ष
2. दशमती नाग पति दिलेश्वर नाग उम्र, 35 वर्ष
3. कुमारी नाग पति ईश्वर नाग, उम्र 23 वर्ष
4. कमली पति बंशीधर, उम्र 25 वर्ष
5. शांति नाग पति हरिराम नाग उम्र, 35 वर्ष
6. शैतो पति कमलसाय, उम्र 32 वर्ष
इस घटना में 03 महिलायें घायल हुई हैं जिन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार पश्चात् मेडिकल कॉलेज डिमरापाल, जगदलपुर में भर्ती कराया गया है। सभी की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घायलों के नाम…
1. पूर्णिमा, उम्र 14 वर्ष
2. मनमती, उम्र 32 वर्ष
3. लख्मी कश्यप, उम्र 35 वर्ष
बता दें कि मालगांव में जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पर ग्रामीणों ने मुरुम खोद कर करीब 10 फीट लंबी सुरंग बना दी थी। अंदर से रोज छुई मिट्टी निकालते थे।
शुक्रवार की दोपहर भी गांव वाले मिट्टी निकाल रहे थे। इस दौरान अचानक मिट्टी धंस गई। जिससे अंदर मौजूद ग्रामीण फंस गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
शासकीय जमीन पर अवैध खनन
मालगांव में शासकीय भूमि पर अवैध रूप से छुई मिट्टी निकालने उत्खनन जारी था। इलाके के लोग रोजाना यहां से मिट्टी निकालकर अपने घरेलू काम के लिए लेते थे।
बताया जा रहा है कि यहां करीब सालभर से छुई मिट्टी निकालने का काम जारी था। इसकी जानकारी प्रशासन को भी नहीं थी। इस हादसे के बाद ग्रामीणों को खनन करने के लिए मना कर दिया गया है।