पुलिस मुखबिरी के शक में एक और ग्रामीण की हत्या… नक्सलियों ने ग्रामीण को मारी गोली, पर्चा फेंक हत्या की जिम्मेदारी ली
रायपुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार हो रही नक्सल वारदातों के बीच अब गरियाबंद जिले में भी लाल आतंक का कहर सामने आया है। यहां माओवादियों ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी है।
नक्सलियों ने ग्रामीण के शव के पास पर्चे भी फेंके हैं, जिसमें हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए मृतक पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक, गरियाबंद जिले के थाना अमली पदर क्षेत्र के ग्राम खरीपथरा में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) March 11, 2023
घटना स्थल पर उदंती एरिया कमिटी द्वारा पोस्टर फेंका गया है, जिसमें नक्सलियों ने हत्या को अंजाम देने की बात कबूल की है। वहीं पुलिस अधिकारियों को इस घटना का जिम्मेदार ठहराया है।
नक्सल पर्चे में लिखा है कि ‘पुलिस मुखबिर रामदेर का गलती है। वह फरवरी 2023 में नक्सलियों के डेरा के ऊपर पुलिस का घेराव करवाया था। 200 से ज्यादा पुलिस वाले नक्सलियों को खत्म करने के लिए योजना बना कर आए थे।’
‘रामदेर के साथ 5-6 और मुखबिर थे लेकिन रामदेर मुख्य था। वह पार्टी और जनता के विरोध में काम कर रहा था।’
‘एक बार इसे जन अदालत में समझाया था, लेकिन नहीं सुधरा। इसलिए इसको भाकपा माओवादी उदंती एरिया कमेटी की ओर से मौत का सजा दिया गया है।’
पर्चे में दी चेतावनी
नक्सलियों ने पर्चे में पुलिस मुखबिरी कर रहे लोगों को चेतावनी देते कहा है कि अगर पार्टी और जनता के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे तो उनको भी मौत की सजा मिलेगी। पुलिस मुखबिरी करने वालों को मौत का सजा दिया जाता है।