जनपद पंचायतों के CEO समेत 14 अधिकारियों को नोटिस जारी, कलेक्टर ने 3 दिन के भीतर मांगा जवाब
कांकेर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले 14 अधिकारियों को कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
जिन अफसरों को नोटिस मिली है, उनमें जिले के कई जनपद पंचायतों में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं। कलेक्टर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा नोटिस जारी कर उक्त अफसरों को तीन दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसलिए नोटिस जारी
जानकारी के मुताबिक, गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में गोबर खरीदी हेतु पशुधन की संख्या का पंजीयन एवं गौठानों में नियमित रूप से गोबर की खरीदी नही होने, गौठान समिति द्वारा महिला स्व-सहातया समूह को गोबर नहीं दिये जाने, मल्टी एक्टीविटी की एंट्री एप में नही किये जाने तथा गौठानों में उपलब्ध वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के विक्रय में अपेक्षित प्रगति नहीं होने व तृतीय चरण के गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन सहित अन्य कार्यो में लापरवाही पाये जाने पर कलेक्टर ने नोटिस जारी किया है।
बता दें कि कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा सभी जनपद पंचायत के 14 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर आगामी तीन दिवस में शत प्रतिषत कार्यों को पूर्ण कर गोधन न्याय योजना एवं जी-मैप के साफ्टवेयर में इसकी एंट्री कर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है।
इन अधिकारियों को नोटिस जारी
जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल के सीईओ सरोज महिलांगे, जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के सीईओ कावेरी मरकाम, जनपद पंचायत चारामा के सीईओ जीएस बढ़ई, जनपद पंचायत अंतागढ़ के सीईओ पीआर साहू, जनपद पंचायत नरहरपुर के सीईओ पीके गुप्ता, जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के सीईओ आशीष डे तथा जनपद पंचायत कांकेर के सीईओ अश्वनी यादव को कलेक्टर द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
इनके अलावा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भानुप्रतापपुर एनआर नेताम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कोयलीबेड़ा दिनेश कुंजाम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी दुर्गूकोंदल डीआर कोमरा, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अंतागढ़ महात्मा तरेता, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी नरहरपुर एलएन नेताम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी चारामा राजकुमार सिन्हा और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कांकेर बी. मेश्राम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।