बाढ़ पीड़ितों के पास राहत सामग्री लेकर पहुंचे पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा… बोले— हर परिवार को मिले 5 लाख का मुआवजा
पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले में बाढ़ की स्थिति का पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने ना केवल जायजा लिया बल्कि वे खुद प्रभावितों के पास फौरी राहत लेकर पहुंचे। महेश गागड़ा ने भूपेश सरकार पर प्रभावितों को राहत पहुंचाने में विलंब का आरोप लगाते कहा कि हर पीड़ित परिवार को कम से कम पांच-पांच लाख का मुआवजा फौरन दिया जाना चाहिए।
पूर्व वन मंत्री ने 17 से 20 अगस्त तक जिले के कई गांवों का दौरा किया और लोगों से उनका दुख-दर्द जाना। वे मिंगाचल में राहत शिविर गए और वहां लोगों से मुलाकात की। बच्चों को कपड़े, महिलाओं को साड़ी एवं पुरूषों को लुंगी, कंबल और शॉल दी। उन्होंने शिविरार्थियों को नाश्ता भी दिया।
Read More:
शबरी नदी के पुल से टकराकर नाव पलटी, 3 लोग बाढ़ में बहे https://t.co/qG9KDpjO0S
— Khabar Bastar (@khabarbastar) August 21, 2020
महेश गागड़ा ने तुमला एवं कोमला राहत शिविर का दौरा किया और ग्रामीणों को जरूरी सामान वितरित किया। उन्होंने भोपालपटनम एवं मद्देड़ इलाके में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर फौरी राहत दी। मद्देड़ के नयापारा में वे नक्का नारायण के घर गए। उनका मकान जमींदोज हो गया है।
बाढ़ ने नक्का नारायण का आशियाना छीन लिया है। उनके रहने की जगह नहीं है। वह बीमार हैं और उनका पूरा शरीर कांपता है। पूर्व वन मंत्री ने लाॅक डाउन के बाद उनका इलाज रायपुर के हाॅस्पिटल में करवाने की बात कही।
सोनू सूद की पहल के बाद सरकार ने ली सुध
वन मंत्री ने आरोप लगाया कि एक छात्रा को मदद की फिल्म स्टार सोनू सूद की पेशकश के बाद भूपेश सरकार हरकत में आई और एक लाख नौ हजार रूपए की सहायता राशि दी। उन्होंनेे कहा कि सभी प्रभावितों को 5-5 लाख का मुआवजा दिया जाना चाहिए क्योंकि चुनाव से पहले पीसीसी अध्यक्ष रहते भूपेश बघेल ने ही कांग्रेस की सरकार बनने पर आपदा पीड़ितों को शत प्रतिशत मुआवजा का वादा किया था।
Read More:
सब्जी विक्रेता को निकला कोरोना, एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट आई पाॅजीटिव… आइसोलेशन में रखा गया https://t.co/jI4I5Nv5Cq
— Khabar Bastar (@khabarbastar) August 21, 2020
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…