बंदियों की रिहाई को ले लोग होने लगे लामबंद… रैली निकाली और मांग उठाई
पंकज दाऊद @ बीजापुर। जेल में नक्सली मामलों में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई को लेकर यहां सोमवार को गंगालूर से एक रैली निकाली गई और भूपेश सरकार को उसके वादे को याद दिलाया गया।
जेल बंदी रिहाई मंच के झण्डे तले निकली इस रैली में कई गांव के लोग शामिल हुए। लोगों ने कहा है कि पुलिस गश्त के नाम पर निकलती है और नक्सली होने के आरोप में गांव के लोगों को पकड़ लेती है। कई निर्दोष आदिवासी भी इसमें फंस जाते हैं।
ऐसे ही जेल में कई निर्दोष लोग बंद हैं। लंबी अवधि तक रहने के बाद भी उनकी रिहाई नहीं हो पा रही है। इससे उनके परिवारों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। राज्यपाल के नाम ज्ञापन में कहा गया है कि इस समस्या का समाधान जल्द किया जाना चाहिए।
जेल में कैदियों को सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। सही भोजन, पीने का साफ पानी आदि नहीं मिल रहा है। उन्हें कपड़े भी नहीं दिए जा रहे हैं। मंच ने कैदियों के लिए दवा, पेपर, टीवी आदि की व्यवस्था करने कहा है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों और वकील से मुलाकात की सुविधा भी दी जानी चाहिए।