बैंक गार्ड ने किया कुछ ऐसा कि लेडी IAS ने भी की तारीफ…. ‘पाण्डे जी’ ने जीता सभी का दिल, कलेक्टर ने ट्वीट कर कही से बात !
कांकेर @ खबर बस्तर। झूठ और फरेब के इस दौर में भी ईमानदारी जिंदा है। इस बात को सच कर दिखाया है छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के बैंक में तैनात एक सिक्योरिटी गार्ड ने।
बैंक गार्ड ने एक ग्राहक के दो लाख रूपए लौटाकर ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी आज कर कोई चर्चा कर रहा है। उनकी इस ईमानदारी से जिले की कलेक्टर भी मुरीद बन गईं हैं।
जानकारी के मुताबिक, पखांजूर के एसबीआई ब्रांच के बाहर एक व्यक्ति के 2 लाख रुपये गलती से छूट गए थे।
बैंक में तैनात सिक्योरिटी गार्ड समर पांडे की नजर जब रूपयों पर पड़ी तो उन्होंने इसे पूरी ज़िम्मेदारी के साथ संभालकर रखा और 3 घंटे बाद जब वह शख्स वापस बैंक पहुँचा तो उसे रुपये लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया।
दरअसल, पखांजूर के एसबीआई ब्रांच में रुपए निकालने आया एक खातेदार करीब 2 लाख रुपये निकालने के बाद वहीं भूलकर चला गया। ऐसे में काफी देर तक रूपए बैंक में ही लावारिस हालत में पड़े थे।
बैक में तैनात गार्ड समर पांडे ने रुपये देखकर खातेदार को बाहर निकलकर ढूंढने की कोशिश की। लेकिन उनके नहीं मिलने पर 2 लाख रुपये को अपने पास संभाल कर रख लिया।
इसके बाद करीब 3 घंटे बाद खातेदार बैंक पैसे की खोजबीन करते पहुंचा तो गार्ड समर पांडे ने उनके पूरे 2 लाख रुपये वापस कर दिए।
बैंक में दो लाख रुपये छूटने के बाद खातेदार परेशान था, लेकिन जैसे ही उसे अपने रूपए वापस मिले तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अपने दो लाख रूपए सुरक्षित वापस मिलने के बाद उस व्यक्ति ने बैंक गार्ड समर पांडे का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।
स्टेट बैंक के गार्ड समर पांडे के इस ईमानदारी की हर तरफ सराहना हो रही है। कांकेर जिले की कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला को इसकी जानकारी मिली तो वह भी गार्ड की तारीफ करने से नहीं रुक सकीं।
SBI पखांजूर @KankerDistrict के बाहर एक व्यक्ति से 2 लाख रुपये ग़लती से छूट गए थे।3 घंटे बाद जब वह वापिस बैंक पहुँचे तो ज़िम्मेदारी से गार्ड का कर्तव्य निभा रहे- श्री समर पांडे द्वारा पूरी राशि उन्हें सुरक्षित लौटा दी गई।
पूरे ज़िले को श्री पांडे की कर्तव्यपरायणता पर गर्व है😊 pic.twitter.com/BYtXXsrCqs
— Priyanka Shukla (@PriyankaJShukla) August 20, 2022
कलेक्टर ने ट्वीट किया, SBI पखांजूर के बाहर एक व्यक्ति से 2 लाख रुपये ग़लती से छूट गए थे। 3 घंटे बाद जब वह वापिस बैंक पहुँचे तो ज़िम्मेदारी से गार्ड का कर्तव्य निभा रहे- श्री समर पांडे द्वारा पूरी राशि उन्हें सुरक्षित लौटा दी गई। पूरे ज़िले को श्री पांडे की कर्तव्यपरायणता पर गर्व है