12 हजार मनरेगा कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा… 21 अधिकारियों की बर्खास्तगी से संघ आक्रोशित, जलाई आदेश की प्रतियां
रायपुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ में कार्यरत 12 हजार से अधिक मनरेगा कर्मचारियों ने शनिवार को एक साथ इस्तीफा दे दिया। शासन द्वारा 21 सहायक परियोजना अधिकारियों की सेवा समाप्ति किए जाने से आक्रोशित कर्मचारियों ने यह कदम उठाया है।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह संभवत: पहला मामला होगा जब किसी भी कर्मचारी संगठन ने इस तरह का विरोध दर्ज किया होगा। शासन द्वारा 21 अधिकारियों की बर्खास्तगी आदेश को संवैधानिक बताते हुए मनरेगा कर्मियों ने शासन के आदेश की प्रतियां भी जलाई।
आंदोलन के 62वें दिन शनिवार को मनरेगा कर्मचारियों ने राजधानी रायपुर में ‘वादा निभाओ महारैली’ निकाली, जिसमें प्रदेशभर से 10 हजार से अधिक कर्मचारी शामिल हुए।
दरअसल, 21 कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश के बाद मनरेगा कर्मचारी गुस्से में हैं। कर्मचारियों का गुस्सा रायपुर की सड़कों पर देखने को मिला।
बूढ़ातालाब के धरना स्थल से रैली निकालकर ये कर्मचारी सप्रे स्कूल की तरफ बढ़े। वहां पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया। सड़क पर ही बैठककर कर्मचारियों ने धरना दे दिया। इसके बाद 12 हजार कर्मचारियों का सामूहिक इस्तीफा सौंपा गया।
मनरेगा कर्मचारियों ने कहा कि 21 सहायक परियोजना अधिकारियों की सेवा खत्म करने का आदेश जारी करना छत्तीसगढ़ के इतिहास में काला दिन है। बर्खास्तगी आदेश को संवैधानिक अधिकारों का हनन करार देते हुए प्रदर्शनकारियों ने आदेश की प्रतियां जलाईं।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांत अध्यक्ष चंद्रशेखर अग्निवंशी और कार्यकारी अध्यक्ष राधेश्याम कुर्रे ने बताया कि सहायक परियोजना अधिकारी की बर्खास्तगी के आदेश की महासंघ घोर निंदा करता है। इसी वजह से हमने सामूहिक इस्तीफा देने का कदम उठाया।