बीजापुर में ब्लैक फंगस की दस्तक ? मरीज का हैदराबाद में चल रहा इलाज, विभाग ने नहीं की पुष्टि
भोपालपटनम/बीजापुर @ खबर बस्तर। जिले के भोपालपटनम ब्लाॅक के लिंगापुर प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक मोरला किस्टैया (44) का हैदराबाद में ब्लैक फंगस का इलाज चल रहा है। हालांकि, बीएमओ डाॅ अजय रामटेके ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक 13 जुलाई को तबीयत खराब होने पर किस्टैया मोरला को परिजन जगदलपुर ले गए। वहां मोरला को चेहरे में एक ओर खिंचाव की शिकायत थी। उन्हें हाइपरटेंशन और डायबिटीस भी है। फिर उन्हें परिजन वारंगल ले गए। वहां पांच-छह दिन इलाज के बाद उन्हें टी एक्स हाॅस्पिटल ले जाया गया। वहां उन्हें ब्लैक फंगस होने की जानकारी दी गई।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 29, 2021
भोपालपटनम के कांग्रेसी नेता केजी सत्यम ने बताया कि उनकी किस्टैया के भाई नरसिंह से हैदराबाद से बात हुई। नरसिंह ने भी किस्टैया को ब्लैक फंगस होने की बात बताई। अब तक इलाज में 6 लाख खर्च हो गए हैं।
कांग्रेसी नेता केजी सत्यम ने व्हाॅट्सएप ग्रुप में लोगों से आर्थिक मदद की अपील की है। बताया गया है कि कई शिक्षकों ने आर्थिक मदद की है।
इधर, बीएमओ अजय रामटेके ने बताया कि मोरला किस्टैया ने यहां किसी भी डाॅक्टर से संपर्क नहीं किया। उनका इलाज हैदराबाद में चल रहा है। वे इसका पता लगाने उनके गृहग्राम भी गए थे और परिजनों से हैदराबाद में चल रहे इलाज के बारे में पूछा। उनसे इलाज के कागजात भी उन्हेांने मांगे हैं। अब तक ये उन्हें नहीं मिले हैं।
एक और केस
भोपालपटनम के सीबीएसई स्कूल में पदस्थ शिक्षक करन सिंह की भी तबीयत खराब हुई। वे एक माह पहले रायपुर गए और वहां डाॅक्टरों को दिखाया। डाॅक्टरों ने प्राथमिक तौर पर ब्लैक फंगस की बात की लेकिन बाद में बताया कि उनके आंख और दांत के पास फंगल इन्फेक्शन है। शिक्षक करन को ब्लैक फंगस नहीं था। उनका इलाज रायपुर में किया गया। वे अभी स्वस्थ हैं और अपने गृहग्राम बालोद में हैं।