नक्सल फंडिंग मामला: ED की बड़ी कार्रवाई, 29.75 लाख की प्रॉपर्टी कुर्क
रायपुर @ खबर बस्तर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नक्सल फंडिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब तीस लाख रूपयों की प्रॉपर्टी कुर्क की है। ईडी के रायपुर जोनल ऑफिस की तरफ से 29.75 लाख रुपए की संपत्ति जब्त करने के आदेश जारी किए गए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत राजनांदगांव जिले में स्थित प्रॉपर्टी कुर्क करने का आदेश जारी किया गया है। ये प्रॉपर्टी कृषि भूमि है, जो नोटबंदी के वक्त नक्सलियों से रकम लेकर खरीदी गई थी।
बता दें कि प्रापर्टी के मालिक अश्विनी वर्मा और उनके छोटे भाई तमेश वर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। खैरागढ़ पुलिस ने 5 मई 2018 को मारुटोला के अश्वनी वर्मा को नक्सलियों को सामान सप्लाई करने के आरोप में पकड़ा था।
पुलिस का आरोप था कि नक्सलियों ने नोटबंदी में अश्वनी को एक करोड़ रुपए के पुराने नोट बदलने के लिए दिए थेे। नक्सलियों से मिले पैसों से अश्वनी वर्मा ने प्रॉपर्टी, सोने-चांदी के जेवरात और गाड़ियां खरीदी है।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस रिमांड में हुई पूछताछ में अश्वनी ने नक्सलियों को 30 लाख रुपए वापस करने की बात कबूली थी। वह नक्सलियों को दैनिक उपयोग की सामग्री लगातार उपलब्ध कराता रहा है। पुलिस ने अश्वनी के प्रॉपर्टी और गाड़ियों का कागजात भी जब्त किया है।
पुलिस के मुताबिक, अश्वनी नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के तौर पर काम करता रहा। इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के FIR के बाद जांच में ED भी शामिल हुई।