मां दंतेश्वरी के नाम पर होगा मेडिकल कॉलेज का नामकरण, गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा… दंतेवाड़ा में CM भूपेश ने दी सौगातें, शंखनी-डंकनी नदी पर बनेगा रिवर फ्रंट व्यू पॉइंट
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। विश्व प्रसिद्ध फागुन मंडई के समापन अवसर पर मां दंतेश्वरी की पावन नगरी पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने जिलेवासियों के लिए सौगातों का पिटारा खोल दिया।
यहां मुख्यमंत्री ने गीदम में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण मां दंतेश्वरी के नाम पर करने, गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा देने और शंखनी-डंखनी नदी में पर्यटन के लिए रिवर फ्रंट व्यू पॉइंट का निर्माण करने की घोषणा की।
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को दंतेवाड़ा में माँ दन्तेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित फाल्गुन मड़ई में आए देवी-देवताओं के विदाई समारोह में शामिल हुए।
फाल्गुन मड़ई में आए देवी-देवताओं के विदाई समारोह में पहली बार शामिल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यहां ओड़ीसा, तेलंगाना सहित बस्तर के 851 देवी देवताओं की विदाई को अदभुत बताया।
उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति के कई रंग हैं, जगदलपुर का दशहरा के समान दंतेवाड़ा की फागुन मड़ई भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। मां दंतेश्वरी के आंगन में होली खेलने के लिए क्षेत्र के सैकड़ों देवी-देवता यहां आते हैं।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) March 6, 2023
हमारे यहां के आदिवासी परंपराओं के पीछे जो भाव, दर्शन और कथाएं हैं, उसे जाने-समझे बिना छत्तीसगढ़ की संस्कृति को नही पहचान सकते है। सरकार ने अनूठी परंपराओं और तीज-त्यौहारों को सहेजने का काम किया है।
सरकार द्वारा इस साल के बजट में भी छत्तीसगढ़ के तीज त्यौहारों और परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की घोषणा की गई है।
राज्य के आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए विश्वास, विकास और सुरक्षा की नीति अपनाई है।
बस्तर को पहले नक्सली घटनाओं के लिए जाना जाता था, आज बस्तर की पहचान दंतेवाड़ा का डेनेक्स, जगदलपुर का काजू और कॉफी, नारायणपुर का फूल झाड़ू, कोंडागांव का तिखुर और कांकेर का मिलेट्स कारखाने से होती है।
सीएम ने कहा कि, इस साल के बजट में प्रदेश में चार नये मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है, इनमें से एक मेडिकल कॉलेज गीदम में खोला जाएगा। मेडिकल कालेज के स्थापना से अंचल में चिकित्सकों की कमी दूर होगी और यहां के बच्चे अध्ययन कर यहीं अपनी सेवाएं देंगे।
पुजारियों को सामग्री भेंट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के उपरांत पुजारियों को सामग्री भेंट की। कार्यक्रम में जिले के सामुदायिक वन अधिकार पत्र का वितरण के तहत 5 देवगुडि़यों को प्रतिकात्मक स्वरूप सामुदायिक वन अधिकार पत्र का वितरण किया गया।
बता दें कि जिले में अब तक 122 देवगुडि़यों को सामुदायिक वनाधिकार पत्र जारी किया जा चुका है। इसमें सीएम के हाथों कुआकोंडा के रेंगानार दंतेवाड़ा ब्लॉक के मेटापाल, भोगाम, केशापुर और गीदम के कारली के मातागुड़ी को सामुदायिक वनाधिकार पत्र दिया गया।