करोड़ों की चपत लगाकर चिट फण्ड कंपनियां हो गई चंपत… एजेंट भी हुए भूमिगत, प्रशासन ने बनाया दबाव
पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले में कुछ सालों तक सक्रिय रहीं चिट फण्ड कंपनियों ने रकम कम समय में दो गुना कर देने का झांसा देकर हजारों लोगों से करोड़ों रूपए की ठगी की। अब लुटे गए लोग कलेक्टोरेट में कंपनियों की शिकायत करने पहुंच रहे हैं। दो दिन में एक हजार से अधिक लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है।
सूत्रों के मुताबिक पल्स, साई प्रसाद, एसीपीएल, आरजीएम, रोजवेली, पीजीएफ, सनशाइन आदि चिट फण्ड कंपनियों ने अपने एजेंटों के मार्फत जिले के सभी इलाकों से लोगों से पैसे डबल कर देने के नाम पर एकमुश्त, सालाना, छमाही और मासिक मोड पर करोड़ों रूपए लिए।
जब मैच्यूरिटी की तारीख आई तो ना तो कंपनियां थीं और ना ही उपभोक्ताओं को जवाब देने वाले एजेंट। अमूमन, सभी एजेंट स्थानीय थे और अब ये गफलत उनके गले की हड्डी बन गई है। कंपनियां अपने पते पर नहीं हैं और हौले-हौले एजेंट भी भूमिगत होते जा रहे हैं।
बताया गया है कि एक-एक एजेंट ने पांच से छह करोड़ रूपए कंपनियों को दिए और इसके एवज में उन्हें मोटा कमीशन मिला। अब प्रशासन इन कंपनियों और एजेंटों पर कार्रवाई के लिए तैयार है। शिकायत मिलने पर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने पीड़ितों के आवेदन मंगाए हैं और डिप्टी कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
एक छपे फार्मेट पर पीड़ित ठगी गई रकम, कंपनी का नाम, बाॅण्ड पेपर, आधार कार्ड, खाता नंबर एवं मोबाइल नंबर भरकर दे रहे हैं। कलेक्टोरेट में आवेदन जमा कराए जा रहे हैं। पहले दिन 565 एवं दूसरे दिन 5 आवेदन आए। अब तक करीब एक हजार आवेदन जमा हो गए हैं। किसी ने तो पांच से छह लाख तक ऐसी कंपनियों में जमा किया है।
केस 1-
जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष एवं जेसीसी की जिला अध्यक्ष श्रीमती जमुना संकनी ने बताया कि रोजवेली कंपनी के एजेंट ने पांच साल में दो गुना रकम लौटाने के नाम पर हर माह उनसे एक-एक हजार रूपए लिए। उन्होंने चैदह माह तक राषि जमा की। श्रीमती संकनी बताती हैं कि भैरमगढ़ इलाके में रोजवेली कंपनी के एजेंटो ने कई लोगों से भारी भरकम राषि ली। अब लोग पैसे के लिए भटक रहे हैं।
केस 2-
मोदकपाल गांव की सड़वली मोगली बताती हैं कि उनके गांव के ही एजेंट ने उनसे साई प्रसाद कंपनी में एक लाख 20 हजार रूपए जमा करवाए। ये राशि उसने किश्तों में जमा करवाई। गांव के अन्य लोगों ने भी राशि दी लेकिन उन्हें पैसे वापस नहीं मिल रहे हैं।
केस 3-
मोदकपाल की एलकुची सड़वली ने बताया कि उन्होंने 6 सौ रूपए मासिक जमा करना शुरू किया था। 2008 से ये राशि उन्होंने जमा की। अब उन्हें कंपनी से 70 हजार रूपए लेना है। साई प्रसाद कंपनी का एजेंट नहीं मिल रहा है।
कार्रवाई होगी
प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि अभी लोगों से आवेदन लिए जा रहे हैं। रोज बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं। आवेदनों पर कार्रवाई की जानी है।