बीजापुर @ खबर बस्तर। गंगालूर इलाके के पोंजेर में एक अधेड़ महिला बुदरी मोड़ियाम (49) को पता ही नहीं था कि उसे कौन से रोग ने जकड़ रखा है। सीआरपीएफ के जवान जब सोमवार को उसके घर गए तो पता चला कि बुधरी को मलेरिया हो गया है और उसकी हालत बेहद गंभीर है। जवानों ने उसे तत्काल जिला हाॅस्पिटल भेजकर उसकी जान बचा ली।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार को सीआरपीएफ की 85 बटालियन के पोंजेर कैम्प के जवान गश्त पर निकले थे। सहायक कमाण्डेंट राणा अभय सिंह की अगुवाई में गई फोर्स के जवानों ने गांव में जाकर लोगों से मुलाकात की और बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने और भी समस्याओं का पता लगाया।
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फोर्स को बुधरी मोड़ियाम के बीमार होने का पता चला। जब वे उसके घर गए तो उसे मलेरिया से पीड़ित पाया गया। उसे जवान कैम्प तक साइकिल से लेकर आए और उसे भोजन कराया। उसके परिवार को कपड़ा और छाता दिया गया। इसके बाद गाड़ी से बुधरी को जिला हाॅस्पिटल भेजा गया।
दरअसल, सीआरपीएफ 85 बटालियन के कमाण्डेंट यादवेन्द्र सिंह यादव एवं द्वितीय कमान अधिकारी हरविंदर सिंह ने जवानों से आसपास के गांवों में जाकर लोगों की खैरियत जानने और मदद करने कहा है। पोंजेर कैम्प के जवान जब भी गांवों की ओर जाते हैं तो वे शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं अन्य सुविधाओं का पता लगाते हैं और लोगों की मदद करते हैं।
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